बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री का शिष्य अपने यजमान की पत्नी को प्रेम जाल में फंसा कर ले गया था पत्नी 1 महीने बाद आई वापस, नहीं रहना चाहती पति के साथ
मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक यजमान को रामकथा करवाना उस समय महंगा पड़ गया, जब कथा करने आए
कथावाचक का शिष्य ही पिछले महीने प्रेमजाल में फंसाकर उसकी पत्नी को लेकर भाग ले गया। शिकायत के बाद पत्नी मिल गई है, लेकिन अब वो अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती है। अपने प्रेमी बाबा के साथ रहना चाहती है।
पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था
दरअसल पीड़ित पति ने कोतवाली थाने में कथावाचक के शिष्य पर पत्नी को भगा लेने का आरोप लगाकर थाने में शिकायत की थी। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था, लेकिन एक महीने बाद जब शिकायतकर्ता की पत्नी मिल गई, तो पुलिस ने
उसके बयान लेते हुए शिकायतकर्ता को थाने बुलाया, तो पत्नी ने पति के साथ रहने से इंकार करते हुए चित्रकूट धाम के धीरेन्द्र आचार्य के शिष्य नरोत्तम दास दुबे के साथ रहने की इच्छा दिखाई।
धीरेन्द्र आचार्य शिष्य नरोत्तम दास के साथ रामकथा करने
आए थे मामला 2021 से शुरू हुआ, जब महिला के पति ने गोरीशंकर मंदिर में रामकथा का आयोजन किया था। जिसमें कथावाचक धीरेन्द्र आचार्य अपने शिष्य नरोत्तम दास दुबे के साथ रामकथा करने आये थे। पति का आरोप है कि वही से उसकी पत्नी को शिष्य नरोत्तम ने प्रेमजाल में फंसाया और फिर मोबाइल नंबर लेकर दोनों बातें करने लगे, पांच अप्रैल को नरोत्तम उसकी पत्नी को ले भागा।
इस मामले मे एसपी अमित सांघी ने कहा है कि पति पत्नी के बीच विवाद की वजह से उसके साथ रहना नहीं चाहती है। इसलिए कोई केस नहीं बनता है, फिर भी पुलिस जांच कर रही है। अब देखना यह होगा कि आगे पत्नी अपने पति या प्रेमी के साथ रहती है।