राष्ट्रवादी कांग्रेस के संस्थापक शरद पवार ने पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कभी चुनाव न लड़ने का एलान किया है.
एनसीपी और इसके कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से अपना फ़ैसला वापिस लेने की मांग की है. सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में नारे भी लगाए।
वहीं कांग्रेस वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा, “शरद पवार एक सम्मानित नेता हैं. ये उनके पार्टी का अंदरूनी मामला है लेकिन वो विपक्षी एकता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे, ऐसी हमें उम्मीद है.”
शिवसेना से राज्यसभा सांसद प्रियंका चुतर्वेदी ने शरद पवार के फ़ैसले पर दुख जताते हुए कहा, “एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने के शरद पवार के फ़ैसले का सुनकर बहुत दुख हुआ. मुझे उम्मीद है कि वो अपने फ़ैसले पर दोबारा विचार करेंगे. इस नाज़ुक हालत में महाराष्ट्र राज्य और देश को उनके अनुभवी नेतृत्व की ज़रूरत है.”
अपने फ़ैसले का ऐलान करते हुए शरद पवार ने कहा कि
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की एक समिति अब पार्टी के
लिए भविष्य की रणनीति तय करेगी. शरद पवार ने कहा, “इस समिति में प्रफुल्ल पटेल, सुनील ठाकरे, पीसी चाको, नरहरी ज़िरवाल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल,अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अवहाद, हसन मुशरिफ़,धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ और पार्टी के सभी सेल के प्रमुख होंगे.”