” मैं भी बीफ खाता हूं ” – बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मावरी
मेघालय के भाजपा अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी हाल ही में दिए गए एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल मेघालय बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मावरी ने कहा कि वे बीफ खाते हैं मेघालय में बीफ खाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है और वह भी गोमांस का सेवन करते हैं।
मीडिया से बात करते हुए अर्नेस्ट मावरी ने कहा कि अन्य
राज्यों में बीफ को लेकर क्या प्रतिबंध है या कानून है इस पर वे कुछ नहीं कह सकते हैं । लेकिन हम मेघालय में हैं, और यहां हर कोई बीफ खाता है और यहां कोई प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में बीफ को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन जब उनसे पूछा गया कि भारतीय जनता पार्टी सनातन धर्म को सर्वोच्च मानने वाली पार्टी है और सनातन धर्म में गौ मांस खाना पाप के समान है तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि बीजेपी में गौ मांस पर कोई प्रतिबंध नहीं है और ना ही उन्हें रोका जाता है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मावरी ने कहा कि मैं भी बीफ खाता हूं और
इसको लेकर मेघालय में कोई प्रतिबंध नहीं है। प्रदेश भाजपा
अध्यक्ष ने कहा कि यह लोगों की जीवनशैली है, इसे कोई नहीं
रोक सकता। उन्होंने कहा कि भारत में भी ऐसा कोई नियम नहीं
है। कुछ राज्यों ने कुछ अधिनियम पारित किए हैं। मेघालय में
हमारे पास बूचड़खाने हैं, हर कोई एक गाय या सूअर ले जाता है
और इसे खाता है।
लेकिन हाल ही में जब असम जैसे भाजपा शासित राज्यों ने मवेशी वध, परिवहन और बीफ की बिक्री को विनियमित करने के लिए एक विधेयक पारित किया है, और इसी वक्त मेघालय प्रदेश अध्यक्ष मावरी का यह बयान चर्चा का विषय बन गया है। मेघालय बीजेपी प्रमुख ने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक प्रचार है कि भाजपा एक ईसाई विरोधी पार्टी है। उन्होंने कहा कि अब देश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार नौ साल से काम कर रही है और देश में किसी भी चर्च पर हमला या निशाना नहीं बनाया गया है। भाजपा नेता ने कहा कि गोवा में भी भाजपा का शासन है और एक भी चर्च को निशाना नहीं बनाया गया है। नगालैंड के साथ भी ऐसा ही है ।
मावरी के द्वारा दिए गए इस बयान को लेकर विपक्ष ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है ट्विटर पर तो लोग यहां तक कह रहे हैं कि भाजपा नेताओं के लिए सब कुछ माफ है लेकिन यदि गैर भाजपा व्यक्ति इस प्रकार के कृत्य करता है तो बीजेपी वाले उनको तुरंत फांसी पर चढ़ा देंगे लेकिन यदि आप भाजपा में है तो सब कुछ माफ है।
फिलहाल देखना यह है कि क्या बीजेपी प्रमुख अपने नेताओं के द्वारा दिए गए इन बयानों को लेकर क्या प्रतिक्रिया करते हैं या क्या नई एडवाइजरी जारी करते हैं।