चकरनगर क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों पर मेहरबान हुआ स्वास्थ्य विभाग, जांच के नाम पर हो रही धन उगाही
अनामी शरण त्रिपाठी की रिपोर्ट
चकरनगर तहसील क्षेत्र के कस्बा चकरनगर, हनुमंतपुर चौराहा, बल्लो की गढ़िया, पिपरौली गढ़िया, बिठौली व भरेह क्षेत्र में आधा सैकड़ा से अधिक झोलाछाप डॉक्टरों का गोरख धंधा स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से खूब फल-फूल रहा है। यहां डिप्टी सीएमओ से लेकर सीएमओ तक जांच के नाम पर क्लीनिकों पर पहुंचते है और छोलाछापों को कार्यालय पहुंचने का आदेश देकर निकल लेते है। पूछे जाने पर अधिकारी पत्रकारों को गोलमोल जबाव देते है।
सूत्रों की मांने तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर छोलाछाप डॉक्टरों से प्रति माह 5 से 10 हजार तक की वसूली की जाती है।
इसके उपरांत झोलाछाप डॉक्टरों को भोली भाली सीधी सादी जनता को लूटने का लाइसेंस दे दिया जाता है।
यही नहीं झोलाछाप डॉक्टर सभी बीमारियों के स्पेशलिस्ट है बीमारी कोई भी हो हर मर्ज की इनके पास दवा होती है।यदि देखा जाए तो चकरनगर क्षेत्र में मेडिकल स्टोर संचालक भी आम जनमानस का उपचार करते देखे जाते हैं।
चकरनगर तहसील क्षेत्र के कस्बा हनुमंतपुर में संचालित एक प्राइवेट क्लीनिक पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से जांच कराई और रजिस्ट्रेशन न होने पर कोई कार्यवाही नहीं की, इससे सिद्ध होता है, कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा गोलमाल किया जा रहा है।बताते चले कि उपरोक्त क्षेत्र में 95 फीसदी क्लीनिक बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित है, फिर भी यहां कार्यवाही किसी पर भी नहीं की जाती।
सूत्रों के मुताबिक कस्बा चकरनगर में प्रमुख दो स्थानों पर बड़े पैमाने पर गर्भपात कराये जाते है, इसमें स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी भी संलिप्त बताए जाते है। ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने अधिकारियों से जांच कर कार्यवाई की मांग की है।