जॉन्थीयम सेंट्रल हा.से.स्कूल में संपन्न हुआ वार्षिक महोत्सव
टॉपर्स को किया गया सम्मानित
भिंड
वर्ष 2002 से संचालित शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जॉन्थीयम सेंट्रल हा.से.स्कूल में वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। वार्षिक समारोह में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक रंगारंग प्रस्तुतियां दी । वार्षिक समारोह का मुख्य आकर्षण मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ शहर के वरिष्ठ समाजसेवी श्री आरके तिवारी द्वारा सरस्वती पूजन से किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में विद्यालय की सीनियर छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। तत्पश्चात विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा विभिन्न गीतों पर ग्रुप डांस प्रस्तुत किया गया दर्शक दीर्घा में मौजूद अभिभावकों एवं दर्शकों ने तालियों के साथ बच्चों का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा सामूहिक गान हर बाला देवी की प्रतिमा बच्चा-बच्चा राम है गीत की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, गीत को सुनकर सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक नाटक प्रस्तुति दी गई जिसमें सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। नाट्य मंचन के द्वारा यह संदेश दिया गया कि आजकल बच्चे फेसबुक और व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम पर समय व्यतीत करते हैं जो उनके मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है जो की वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित भी हो चुका है इसलिए माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को मोबाइल फोन से ज्यादा से ज्यादा दूर रखें है।
मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में बच्चे व अभिभावक हुए भावुक
वार्षिक समारोह का मुख्य आकर्षण कार्यक्रम का मातृ पितृ पूजन कार्यक्रम रहा जिसमें बच्चों के द्वारा अपने माता-पिता का पूजन किया गया पूजन के दौरान बच्चे व माता-पिता इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। इस कार्यक्रम के द्वारा माता-पिता को भी सम्मानित किया गया।
टॉपर्स का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के अंत में कक्षा पांचवी, आठवीं,दसवीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, शील्ड और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया । संस्था के प्राचार्य श्री राहुल तिवारी ने वहां मौजूद अभिभावकों से निवेदन करते हुए कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखना चाहिए माता-पिता की यह लापरवाही निश्चित रूप से उनके बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो रही है। माता-पिता को चाहिए कि बच्चों की शारीरिक एवं मानसिक गतिविधियों पर ध्यान दें और बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम के अंत में संस्था के डायरेक्टर श्री पुष्पेंद्र तिवारी ने अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं कहा कि यह शिक्षा ही है जो मनुष्य को जानवरों से अलग करती है कहा भी गया है कि काला अक्षर भैंस बराबर इसलिए आज के इस आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व बढ़ता चला जा रहा है। माता-पिता को अपने बच्चों में बिना भेदभाव किये अपने बालक और बालिकाओं को समान रूप से शिक्षित करना चाहिए माता-पिता की ओर से दी गई यह शिक्षा ही वास्तविक विरासत होगी।