प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी ने लिया निर्णय
भिंड
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी की विशेष मीटिंग शहर के एक प्राइवेट विद्यालय में आहूत की गई जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लेते हुए जिले भर के स्कूल संचालक साथियों से अपील की गई है कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं जिला प्रशासन की मंशा के अनुरूप नियमानुसार एनसीईआरटी और एससीईआरटी में उपलब्ध पाठ्य पुस्तकों के द्वारा समस्त विद्यालयों में अध्यापन कार्य कराया जाए एवम छात्र हित में जो अन्य पुस्तकों द्वारा अध्यापन कार्य कराया जा रहा है उनकी संख्या सीमित होना चाहिए तथा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इनकी उपलब्धता किसी खास दुकान पर ना होते हुए अधिक से अधिक दुकानों पर होनी चाहिए । ताकि पालकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ ना पड़े एवं श्रीमान कलेक्टर के पत्र अनुसार उन किताबों की सूची विद्यालय नोटिस बोर्ड पर आवश्यक रूप से अंकित होना चाहिए।
प्राइवेट स्कूल अपनी उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा एवं अनुशासन द्वारा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए पहचाने जाते हैं। हमें अपनी इस परंपरा को कायम रखना है एवं शासन एवं प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करना है।
अगर कोई भी विद्यालय संचालक संगठन एवं शासन के निर्णय के विपरीत अपने विद्यालय को संचालित करता है तो प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ऐसे विद्यालयों का किसी भी प्रकार का कोई सहयोग नहीं करेगा। इसके हेतु शीघ्र ही जिले के समस्त प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ एक मीटिंग आयोजित की जाएगी ।
जहां तक प्राइवेट स्कूलों के शैक्षणिक गुणवत्ता का सवाल है तो शुरू से ही प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थी प्रदेश स्तर पर मेरिट में स्थान पाकर प्रदेश का नाम रोशन करते रहे हैं और किसी भी दृष्टि से शिक्षा के प्रदर्शन में प्राइवेट स्कूलों का योगदान कमतर नहीं आंका जा सकता है । प्रदेश में शिक्षा की बात की जाए तो प्रदेश के कुल छात्रों में से लगभग 40% से अधिक छात्र प्राइवेट स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ।
मीटिंग में मुख्य रूप से प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अवधेश शर्मा संरक्षक श्री राजेश शर्मा व अशोक शर्मा, हरदत्त सिंह, कुलदीप सिंह, संजीव पांडे, राजपाल सिंह, शैलेन्द्र शर्मा, श्रीविलास शर्मा, राहुल तिवारी, चंद्रशेखर सिंह, पवन भदौरिया, सुनील नरवरिया आदि मौजूद रहे।